Application Deadline 30th November 2023
The Vriksh Initiative is an incubation platform for early-stage social leaders who have chosen to work for the benefit of economically or socially disadvantaged section of Indian Society.
The Vriksh initiative is pleased to announce its fellowship program for the Year 2024-25. The fellowship aims to support early-stage social leaders who are working full-time in non-profit mode with the communities (urban, rural or tribal) around the country. The applications are open in English and Hindi language
OBJECTIVE
To financially support early-stage Social Leaders who are working for the benefit of economically or socially disadvantaged section of Indian Society, residing anywhere in slums, rural or tribal areas of the country.
CONCEPT
The Indian society is passing through very intriguing times. While on one hand, the gap between rich and poor continues to increase with rise of industries and migration, yet on the other hand, many individuals, mostly youngsters, are now choosing to let go of their conventional career options with the corporations to serve the sections of the society that have been under-served. Be it the Dalit communities, disadvantaged small scale farmers, daily wage earners, people living in the slums, tribal lands or LGBT community, many individuals, primarily from middle class background, are coming forward as social leaders to serve the needs of these communities and ensure that they live with dignity.
However, in spite of their courageous efforts, the journey of these social leaders remains full of challenges. In addition to the social pressure that they face from the side of their parents, peers and close relatives, one of the primary challenge remains to manage their financial requirements for daily sustenance. Some of them are, at times, lucky enough to receive support from their friends or family members, while the others end up burning out and leaving their efforts in-between to go back to their conventional career options.
The Vriksh Fellowship is an initiative to support such social leaders so that they can continue the work in their beginning years and reach a point from where they can sustain it from its own side. The fellowship aims to support the social leaders who are presently working for the benefit of economically or socially disadvantaged section of the Indian society residing anywhere in slums, rural or tribal areas of the country. Our current focus is on initiatives in Sustainability and Climate Change field, though social leaders working in others areas may also apply.
The purpose of the fellowship is to identify and support the social leaders by providing them a monthly financial assistance of Rs 12,000 each for their daily sustenance for a period of 2 years (+1 year based on requirement and commitment); with an understanding that while they continue to work full-time on their initiatives, they would be able to find a practical way to self-sustain their efforts post the fellowship.
Financial Support: Rs 12,000 per month for up to two years
Current Focus: Sustainability and Climate Change (social leaders from other fields may also apply)
Any Social Leader who is presently working for the benefit of economically or socially disadvantaged section of the Indian society residing anywhere in slums, rural or tribal areas of the country, and who:
The social leaders who have registered their own organization for their initiatives shall be given preference for the fellowship. For the ones who have not registered their organization at the time of making application for the fellowship, our team shall either ask them to register or try to understand their reasons for not filing a registration, just in case they have any ideological reasons for the same. If the team finds mentioned ideological reasons satisfactory, it shall consider the application for the fellowship.
WHO IS NOT ELIGIBLE TO APPLY
SELECTION PROCESS
Round 1: Preliminary Application Form
Round 2: Detailed Application Form
Round 3: Telephonic Interview
Round 4: Field Visit to understand on ground presence of the initiative
MONITORING
During the course of the fellowship, the fellows shall be required to submit monthly reports of their activities, attend our quarterly meetings (online) and participate in capacity building programs (online). In addition, our execution team shall stay in touch with the fellows on phone (at least one phone call per quarter) and shall also visit them on-field at least once a year.
EXIT POLICY
If our team, during its evaluations, observes that the fellow is no longer meeting the mandatory pre-requisites of the fellowship, which are
The fellow shall also be given an opportunity to share his/her reasons for not adhering to the pre-requisites.
MORE INFORMATION
Kindly find more details: HERE
उद्देश्य
प्रारंभिक स्तर के सामाजिक कार्यकर्ताओं का वित्तीय रूप से समर्थन करना, ऐसे कार्यकर्ता जो भारतीय समाज के आर्थिक और सामाजिक रूप से वंचित वर्ग (जो देश के ग्रामीण या आदिवासी क्षेत्रों में कहीं भी रह रहे हैं) के लाभ के लिए काम कर रहे हैं।
संकल्पना
भारतीय समाज बहुत ही पेचीदा दौर से गुजर रहा है। जहां एक ओर, उद्योगों और पलायन के बढ़ने के साथ अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ती जा रही है, वहीं दूसरी तरफ, कई लोग, अधिकतर युवा वर्ग, समाज के वंचित वर्गोंं की सेवा करनेेे के लिए अब Corporations के साथ अपने नियमित कैरियर को छोड़ने का विकल्प चुन रहे हैं। फिर चाहे दलित समुदाय हो, छोटे पैमाने के वंचित किसान हो, दैनिक वेतन प्राप्त करने वालेे हो, झुग्गियों में रहने वाले लोग हो, आदिवासी हो या LGBT समुदाय हो; इन समुदायों की जरूरतों को पूरा करने के लिए कई लोग, मुख्य रूप से मध्यम वर्गीय पृष्ठभूमि के लोग, सामाजिक कार्यकर्ताओं के रूप में आगे आ रहे हैं और सुनिश्चित कर रहेेे हैं कि वे गरिमा के साथ रहें।
हालांकि, उनके साहसी प्रयासों के बावजूद, इन सामाजिक कार्यकर्ताओं की यात्रा चुनौतियों से भरी हुई है। अपने माता-पिता, साथियों एवं करीबी रिश्तेदारों की तरफ से आने वाले सामाजिक दबाव के अलावा, अपनी दैनिक जीविका के लिए वित्तीय आवश्यकता का प्रबंध करना, उनकी प्राथमिक चुनौतियों में से एक है। उनमें से कुछ, कई बार, भाग्यशाली होते हैं जो उन्हें अपने दोस्तों या परिवार से समर्थन प्राप्त होता है, जबकि अन्य अंततः थक जाते हैं और अपने प्रयासों को बीच में छोड़कर अपने नियमित व सामान्य करियर विकल्पों पर वापस चले जाते हैं।
दिशा परिवर्तन फैलोशिप ऐसे सामाजिक कार्यकर्ताओं का समर्थन करने की एक पहल है ताकि वे अपने शुरुआती वर्षों में अपना काम जारी रख सकें और एक ऐसे स्तर तक पहुँच सकें जहाँ वे इसे स्वयं से बनाए रखें। फेलोशिप का उद्देश्य उन सामाजिक कार्यकर्ताओं का समर्थन करना है जो वर्तमान में भारतीय समाज के आर्थिक या सामाजिक रूप से वंचित वर्ग, जो देश के स्लम, ग्रामीण या आदिवासी क्षेत्रों में कहीं भी रहते हैं, के लाभ के लिए काम कर रहे हैं। हमारी वर्तमान रुचि ‘सस्टेनेबिलिटी और जलवायु परिवर्तन’ क्षेत्र पर ध्यान देने की है, हालांकि अन्य क्षेत्रों में काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता भी आवेदन कर सकते हैं।
फेलोशिप का वर्तमान उद्देश्य दो सामाजिक कार्यकर्ताओं की पहचान करना और उन्हें 2 साल (आवश्यकता और प्रतिबद्धता के आधार पर +1 वर्ष) की अवधि के लिए उनके दैनिक व्यक्तिगत गुजारे के लिए 12,000 रुपये की मासिक सहायता प्रदान करना है। यह फेलोशिप इस समझ के साथ दी जाएगी कि जब कार्यकर्ता अपने उपक्रम पर पूर्ण रूप से काम करना जारी रखेंगे, तो वे फेलोशिप के बाद भी अपने प्रयासों को बनाए रखने के लिए एक प्रैक्टिकल तरीका खोजने में सक्षम होंगे।
कोई भी सामाजिक कार्यकर्ता, जो वर्तमान में भारतीय समाज के आर्थिक या सामाजिक रूप से वंचित वर्ग, जो देश के किसी भी इलाके, ग्रामीण या आदिवासी इलाकों में रहता है, के लाभ के लिए काम कर रहा है, और वह:
जिन सामाजिक कार्यकर्ताओ ने अपने उपक्रम के लिए अपनी संस्था को पंजीकृत किया है, उन्हें फेलोशिप के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। फेलोशिप के लिए आवेदन करने के समय, जिन लोगों ने अपनी संस्था पंजीकृत नहीं की है, हमारी टीम या तो उन्हें पंजीकरण करने के लिए कहेगी या पंजीकरण दर्ज न करने के लिए उनके कारणों को समझने की कोशिश करेगी, अगर उनके पास इसके लिए कोई वैचारिक कारण हैं । यदि टीम उल्लिखित वैचारिक कारणों को संतोषजनक पाती है, तो वह फेलोशिप के लिए आवेदन पर विचार करेगी।
कौन आवेदन करने के योग्य नहीं है
चयन प्रक्रिया
चरण 1: प्रारंभिक एप्लीकेशन फॉर्म
चरण 2: विस्तृत एप्लीकेशन फॉर्म
चरण 3: टेलिफोन पर साक्षात्कार
चरण 4: उपक्रम की वास्तविकता को समझने के लिए फील्ड विजिट
निगरानी / जांच (Monitoring)
फ़ेलोशिप के दौरान, फ़ेलो को अपनी गतिविधियों की मासिक रिपोर्ट जमा करनी होगी, और हमारी त्रैमासिक बैठकों (ऑनलाइन) एवं क्षमता निर्माण कार्यक्रमों (ऑनलाइन) में भाग लेना होगा। इसके अतिरिक्त, हमारी संचालन टीम फोन पर फेलो (कम से कम एक फोन कॉल प्रति तिमाही) के संपर्क में रहेगी और वर्ष में कम से कम एक बार उनसे ऑन-फील्ड भी मुलाकात करेगी।
निकास नीति
यदि हमारी टीम, अपने मूल्यांकन के दौरान, यह देखती है कि फेलोज़ अब फेलोशिप के लिए अनिवार्य पूर्व-आवश्यकताओं/शर्तों को पूरा नहीं कर रहा है, जो कि हैं : 1) पूर्णकालिक रूप से उपक्रम में शामिल रहना 2) गैर-लाभकारी उपक्रम के माध्यम से समाज के आर्थिक या सामाजिक रूप से वंचित वर्ग के लाभ के लिए काम करना 3) एक स्वस्थ मूल्य प्रणाली को बढ़ावा देना 4) संस्था को पंजीकृत कराना यदि उसकी सलाह दी जाती है, इत्यादि; तो हमारी टीम फेलोज़ को एक महीने की नोटिस अवधि देने के बाद फेलोशिप को बंद करने का विकल्प चुन सकती है। फेलोज़ को पूर्व-अपेक्षाओं का पालन न करने के लिए उसके कारणों को साझा करने का अवसर दिया जाएगा।
अधिक जानकारी
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